Andhra Pradesh: बचपन का दोस्त बना जिंदगी का दुश्मन, रिश्ते के अंत के बाद जिंदा जलाया; पुलिस कर रही आरोपी की तलाश
Andhra Pradesh के कडपा जिले में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां एक लड़की को उसके पूर्व प्रेमी ने जिंदा जला दिया। घटना शनिवार को हुई, जब आरोपी, जिसका नाम विग्नेश बताया जा रहा है, ने अपनी बचपन की दोस्त और पूर्व प्रेमिका को आग के हवाले कर दिया। पीड़िता 11वीं कक्षा की छात्रा है और वह जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रही है, जबकि पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई है। यह मामला लोगों के बीच चिंता और आक्रोश का कारण बना हुआ है।
शादी के बाद भी रखना चाहता था रिश्ता कायम
पुलिस के मुताबिक, विग्नेश ने हाल ही में एक अन्य लड़की से शादी कर ली थी, लेकिन इसके बावजूद वह पीड़िता के साथ अपना रिश्ता बनाए रखना चाहता था। उसने पीड़िता से कई बार संपर्क किया और उससे मिलने की इच्छा जाहिर की। शनिवार को आरोपी ने पीड़िता को फोन करके मिलने के लिए बुलाया और धमकी दी कि अगर वह उससे नहीं मिली तो वह आत्महत्या कर लेगा।
धोखे से सुनसान जगह पर ले गया
पीड़िता ने आरोपी की बात मान ली और कॉलेज से ऑटो रिक्शा में बैठकर मिलने के लिए निकल पड़ी। थोड़ी दूरी तय करने के बाद आरोपी भी ऑटो में सवार हो गया। वे दोनों सेंचुरी प्लाईवुड फैक्ट्री के पास एक सुनसान जगह पर पहुंचे। वहां क्या बातचीत हुई यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन कुछ ही देर बाद आरोपी ने पीड़िता पर पेट्रोल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया। लड़की की चीख-पुकार सुनकर आसपास के खेतों में काम कर रहे किसान दौड़कर आए और आग बुझाई।
80 प्रतिशत जल चुकी है पीड़िता
स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस ने पीड़िता को पास के अस्पताल में भर्ती कराया। बाद में उसे कडपा के राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (RIMS) में शिफ्ट किया गया। पीड़िता 80 प्रतिशत जल चुकी है और वह गंभीर हालत में जिंदगी की जंग लड़ रही है। जिला जज ने अस्पताल पहुंचकर पीड़िता का बयान दर्ज किया। पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए चार टीमें गठित की हैं और उसकी तलाश जारी है।
आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस
कडपा के पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की चार टीमें गठित की गई हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पीड़िता और आरोपी दोनों बदवेल कस्बे के ही रहने वाले हैं और एक-दूसरे को बचपन से जानते थे। पुलिस के अनुसार, आरोपी की शादी होने के बावजूद वह पीड़िता के साथ संबंध बनाए रखना चाहता था, और जब उसने इंकार किया, तो आरोपी ने यह घृणित कदम उठाया।
मुख्यमंत्री ने दिए आरोपी को तुरंत गिरफ्तार करने के आदेश
घटना की गंभीरता को देखते हुए, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने पुलिस अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करने और आरोपी को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने फोन पर पुलिस अधिकारियों से बात कर घटना की जानकारी ली और पीड़िता की स्थिति के बारे में जानकारी हासिल की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि पीड़िता को बेहतर से बेहतर इलाज मुहैया कराया जाए।
पीड़िता की स्थिति गंभीर, समाज में गुस्सा
पीड़िता की हालत बेहद नाजुक है और डॉक्टर उसकी जान बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। इस घटना ने समाज में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है। लोगों का कहना है कि ऐसे अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई इस तरह का जघन्य अपराध करने की हिम्मत न कर सके। घटना ने महिला सुरक्षा और उनके अधिकारों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
कानूनी और सामाजिक उपायों की जरूरत
इस तरह की घटनाएं समाज में महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों की गंभीरता को दर्शाती हैं। इसे रोकने के लिए कठोर कानूनों की जरूरत है। समाज को भी इस दिशा में जागरूक होने की जरूरत है कि महिलाओं के साथ किसी भी प्रकार का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि मानसिक और भावनात्मक शोषण के साथ-साथ शारीरिक हिंसा भी गंभीर परिणाम पैदा कर सकती है।
कानून व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना ने राज्य की कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए हैं। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन को और सख्त कदम उठाने होंगे। पुलिस को भी ऐसे मामलों में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए ताकि पीड़ित को न्याय मिल सके और दोषियों को सजा दी जा सके। साथ ही, समाज को भी इस दिशा में जागरूक होना होगा कि महिलाओं के साथ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार स्वीकार्य नहीं है।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए जाएं
इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। सरकार को महिलाओं की सुरक्षा के लिए सख्त कानून बनाने होंगे और समाज में इसके प्रति जागरूकता फैलानी होगी। महिलाओं को भी अपनी सुरक्षा के प्रति सचेत रहना होगा और किसी भी प्रकार की हिंसा या धमकी की स्थिति में पुलिस की सहायता लेनी चाहिए।